शुक्रवार, 18 दिसंबर 2020

चंबल पर लिखें कविता,और जीतें ईनाम- चंबल लिटरेरी फेस्टिवल की तीन सदस्यीय ज्यूरी घोषित

         237 रचनाकार अब तक भेज चुके प्रविष्टियां

इटावा : चंबल फाउंडेशन के ‘चंबल लिटरेरी फेस्टिवल’ के तत्वावधान में आयोजित 'चंबल कविता प्रतियोगिता–2020 के निर्णायक मंडल की सूची जारी कर दी गई है । देश-विदेश से 237 रचनाकारों ने अपनी  कविताएं भेज भी दी हैं। निर्णायक मंडल द्वारा आगामी 28 दिसंबर  को परिणाम घोषित किये जाएंगे। प्रतियोगिता में चयनित श्रेष्ठ रचनाकारों को चंबल फाउंडेशन की तरफ से पुरस्कार राशि तथा प्रमाण-पत्र प्रदान किये  जाएंगे। 
‘चंबल लिटरेरी फेस्टिवल’ के संयोजक डॉ. कमल कुमार कुशवाहा ने बताया कि निर्णायक मंडल में चर्चित टीवी शो ‘कवि युद्ध’ और ‘लपेटे में नेता जी’ फेम डॉ. अजय शुक्ला अंजाम, प्रसिद्ध सरोकारी कवियत्री डॉ. नेहा नरूका और विश्व की 125 भाषाओं में गजल गा चुके तेलगू फिल्म अभिनेता डॉ. गजल श्रीनिवास शामिल हैं।
 उत्तर भारत के मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश और राजस्थान तक विस्तृत चंबल के बीहड़ों का अतीत बेहद रोमांचक है।आयोजक मंडल के शाहआलम ने बताया कि चंबल की धरा जिंदगी को खूबसूरत बनाने का बहुआयामी मुहावरा है। चंबल के रंग, तरंग, उल्लास और संघर्षों की कितनी ही छवियों को रचनाकारों ने विस्तार दिया है। चंबल की वादियों में मिट्टी के स्पर्श को उकसाते पहाड़ों, भूतल के स्पर्श की तरंगे पैदा करते भरकों के बीच, खेत-खलिहानों और मचानों के बीच सुदूर रेतीली रश्मियों तक तमाम कहानियां-कविताएं बिखरी हुई मिल जाती हैं जो लोगों को ऊर्जा और सरसता से भर देती हैं।
 चंबल परिक्षेत्र अनेक क्रांतिवीरों और बागियों की शरणस्थली भी रहा है। ऐसे कितने ही भावों को कविता में उकेरने, ढालने और अभिव्यक्त करने के लिए चंबल कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।

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