सोमवार, 28 दिसंबर 2020

पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह का निधन प्रदेश के लिए अपूर्णनीय क्षति- योगी आदित्यनाथ

सत्यदेव सिंह की पूरी जीवन यात्रा रचनात्मकता की जीवन कथा रही- सीएम योगी

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ ने सोमवार को वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद  सत्येदव सिंह के तेरहवीं कार्यक्रम में पहुंचकर उन्हें भावभीनी श्रद्धान्जलि अर्पित की एवं उनके परिवारीजनों से भेंटकर अपनी ओर से संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें सान्त्वना दी।
इस अवसर पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री  ने  सत्येदव सिंह के आकस्मिक निधन को विचाराधारा, संगठन और प्रदेश की अपूर्णनीय क्षति बताया। उन्होंने अपने उद्धृत करते हुए कहा कि स्त्यदेव सिंह ने जीवन पर्यन्त मूल्यों, आदर्शोें और एक विचार धारा के लिए अपना जीवन समर्पित किया। संगठन के एक समर्पित कार्यकर्ता से संसद तक उनकी पूरी जीवन यात्रा रचनात्मकता की जीवन कथा रही। उन्होंने उनकी धर्मपत्नी सरोज रानी सिंह के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने विचारधारा को उनके साथ मिलकर आगे बढ़ाने में जो योगदान दिया वह अविस्मरणीय है। मुख्यमंत्री ने दोनों दिवगंत आत्माओं को अपनी ओर से श्रद्धान्जलि अर्पित की तथा कहा कि मां पाटेश्वरी दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें।
इस अवसर पर राज्यपाल जम्मू-कश्मीर मनोज सिन्हा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, मंत्री सहकारिता मुकुट विहारी वर्मा, मंत्री स्वास्थ्य जय प्रताप सिंह, सिंचाई मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, सांसद कैसरगंज बृजभूषण शरण सिंह, सांसद गोण्डा कीर्तिवर्धन सिंह, सांसद बस्ती हरीश द्विवेदी, जिलाध्यक्ष सूर्य नरायण तिवारी, अवध प्रान्त अध्यक्ष शेष नरायन मिश्रा, विधायक कटरा बावन सिंह, विधायक सदर प्रतीक भूषण सिंह, विधायक तरबगंज प्रेम नरायन पाण्डेय, विधायक मेहनौन विनय द्विवेदी, विधायक गौरा प्रभात वर्मा, पूर्व मंत्री अनुपमा जायसवाल, सांसद के पुुत्र वैभव सिंह, मीडिया प्रभारी विष्णु शुक्ला, शारदाकान्त पाण्डेय सहित अन्य जनप्रतिनिधियों व गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी ओर से श्रद्धा सुमन अर्पित किये। मुख्यमंत्री ने उक्त कार्यक्रम से पूर्व स्थानीय सर्किट हाउस में देवीपाटन मण्डल के सांसद लोक सभा/राज्य सभा, सदस्य विधानसभा व विधान परिषद तथा जिलाध्यक्ष क्षेत्रीय अध्यक्ष व महांमंत्रीगण के साथ बैठक भी की।
  इस अवसर पर आयुक्त देवीपाटन मण्डल एसवीएस रंगाराव, जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल, एसपी शैलेश कुमार पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी राकेश सिंह, सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

शुक्रवार, 18 दिसंबर 2020

चंबल पर लिखें कविता,और जीतें ईनाम- चंबल लिटरेरी फेस्टिवल की तीन सदस्यीय ज्यूरी घोषित

         237 रचनाकार अब तक भेज चुके प्रविष्टियां

इटावा : चंबल फाउंडेशन के ‘चंबल लिटरेरी फेस्टिवल’ के तत्वावधान में आयोजित 'चंबल कविता प्रतियोगिता–2020 के निर्णायक मंडल की सूची जारी कर दी गई है । देश-विदेश से 237 रचनाकारों ने अपनी  कविताएं भेज भी दी हैं। निर्णायक मंडल द्वारा आगामी 28 दिसंबर  को परिणाम घोषित किये जाएंगे। प्रतियोगिता में चयनित श्रेष्ठ रचनाकारों को चंबल फाउंडेशन की तरफ से पुरस्कार राशि तथा प्रमाण-पत्र प्रदान किये  जाएंगे। 
‘चंबल लिटरेरी फेस्टिवल’ के संयोजक डॉ. कमल कुमार कुशवाहा ने बताया कि निर्णायक मंडल में चर्चित टीवी शो ‘कवि युद्ध’ और ‘लपेटे में नेता जी’ फेम डॉ. अजय शुक्ला अंजाम, प्रसिद्ध सरोकारी कवियत्री डॉ. नेहा नरूका और विश्व की 125 भाषाओं में गजल गा चुके तेलगू फिल्म अभिनेता डॉ. गजल श्रीनिवास शामिल हैं।
 उत्तर भारत के मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश और राजस्थान तक विस्तृत चंबल के बीहड़ों का अतीत बेहद रोमांचक है।आयोजक मंडल के शाहआलम ने बताया कि चंबल की धरा जिंदगी को खूबसूरत बनाने का बहुआयामी मुहावरा है। चंबल के रंग, तरंग, उल्लास और संघर्षों की कितनी ही छवियों को रचनाकारों ने विस्तार दिया है। चंबल की वादियों में मिट्टी के स्पर्श को उकसाते पहाड़ों, भूतल के स्पर्श की तरंगे पैदा करते भरकों के बीच, खेत-खलिहानों और मचानों के बीच सुदूर रेतीली रश्मियों तक तमाम कहानियां-कविताएं बिखरी हुई मिल जाती हैं जो लोगों को ऊर्जा और सरसता से भर देती हैं।
 चंबल परिक्षेत्र अनेक क्रांतिवीरों और बागियों की शरणस्थली भी रहा है। ऐसे कितने ही भावों को कविता में उकेरने, ढालने और अभिव्यक्त करने के लिए चंबल कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।

भाकियू ने विरोध प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन

मसकनवा-गोण्डा: दिल्ली में चल रहे आंदोलन का समर्थन करते हुए भारतीय किसान यूनियन गोण्डा ने जिलाध्यक्ष दीपक वर्मा के नेतृत्व में शुक्रवार को सुबह एक विशाल रैली निकाली गई। रैली में किसान विरोधी सरकार मुर्दाबाद के जमकर नारे लगे साथ ही पुलिस द्वारा रैली को विफल बनाने की पूरी कोशिश की गई लेकिन यूनियन के सभी सदस्यों के साहस के आगे पुलिस प्रशासन को पीछे हटना पड़ा। रैली को तेजपुर पेट्रोल पंप से ले करके भोपतपुर बाजार तक निकालकर उपजिलाधिकारी मनकापुर को महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया।
रैली के दौरान उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी मह पुलिस प्रशासन के साथ मौजूद रही। भाकियू जिलाध्यक्ष गोण्डा दीपक वर्मा ने बताया कि यदि जल्दी किसान विरोधी बिल सरकार वापस नही लेती और पूरे प्रदेश में पराली जलाने को लेकर किसानों पर दर्ज मुकदमे को वापस नही लिया जाता है तो भारतीय किसान यूनियन जिलाधिकारी महोदय गोण्डा के कार्यालय के बाहर भूखहड़ताल पर बैठने को बाध्य होगा।
 भाजपा सरकार की तानाशाही नहीं चलेगी: सतीश वर्मा
जिला सचिव सतीश वर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी सरकार है यह सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है। यह सरकार जब तक काला कानून वापस वापस नहीं ले लेती हम लोग किसानों के समर्थन में धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।
भाजपा सरकार की तानाशाही नहीं चलेगी इस क मौके पर रैली में मंडलाध्यक्ष  नौशाद खान, मंडल महासचिव शहजाद अली ,बलरामपुर जिलाध्यक्ष कृष्णा कुमार, जिलाउपाध्यक्ष मोहम्मद मैनुद्दीन, लवकुश कुमार, संजय,दिवाकर सिंह, सौरभ सिंह, राहुल, आकर्ष, दिनेश, रक्षा राम, अमित कुमार के साथ ही सैकड़ो की संख्या में किसान रैली में शामिल हुए।

गुरुवार, 17 दिसंबर 2020

रेलवे ठेका सफाई कर्मचारियों के उत्पीड़न व श्रम कानूनों के उल्लंघन के खिलाफ CITU ने किया प्रदर्शन

गोंडा: रेलवे ठेका सफाई कर्मचारियों के उत्पीड़न व श्रम कानूनों के उल्लंघन के खिलाफ गोंडा रेलवे स्टेशन पर सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीआईटीयू) के तत्वाधान में एक दिवसीय धरना दिया गया।धरने की अध्यक्षता कामरेड लक्ष्मी देवी संचालन खगेन्द्र जनवादी ने किया।धरने को सीआईटीयू के राज्य कमेटी सदस्य कामरेड कौशलेंद्र पांडेय, कानपुर जोन के महामंत्री मो खालिद, मीरा शर्मा, शिवा कश्यप, मनीष कुमार, सुरेंद्र सिंह, अरविंद कनौजिया, रामबचन, अनूप कुमार आदि ने सम्बोधित किया।धरने के बाद रेलमंत्री को सम्बोधित 10 सूत्री मांगपत्र रजिस्टर्ड डाकपत्र से भेजा गया। 
    गोण्डा रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन करते CITU के सदस्य 
दिये गये मांगपत्र में ठेकेदार बदलने पर सभी ठेका कर्मचारियों को पूर्व ठेकेदार की तरह ही सेवा में नियोजित किये जाने, ठेका सफाई कर्मचारियों को भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के तहत न्यूनतम निर्धारित दिहाड़ी बेतन का भुगतान सुनिश्चित कराये जाने, ठेका सफाई कर्मचारियों के लिये मेडिकल व चिकित्सा सुबिधा गोंडा रेलवे रेलवे हॉस्पिटल में दिये जाने, ठेका सफाई कर्मचारियों के लिये ठेकेदार द्वारा काटे जा रहे ईपीएफ का यूएएन नंबर सभी कर्मचारियों को दिये जाने तथा ठेकेदार बदलने पर उसी यूएएन नंबर को बनाये रखे जाने जिससे कर्मचारियों की नौकरी बनी रहे, सभी ठेका सफाई कर्मचारियों का सामूहिक बीमा कराये जाने, 24 मार्च से 18 मई 2020 लॉक डाउन की अवधि के दौरान बैठाये गये ठेका सफाई कर्मचारियों को मानदेय/बेतन देने के लिये रेलवे द्वारा गोंडा रेलवे स्टेशन पर कार्यरत प्रोप्राइटर अभिषेक कुमार मिश्रा मेयर्स आर एन इंडस्ट्रीज गोरखपुर तो सफाई ठेका कर्मचारियों का बकाया 3912670 रूपये(उन्तालीस लाख बारह हजार छ सौ सत्तर रूपये) का भुगतान तत्काल भुगतान कराये जाने,
गोंडा रेलवे स्टेशन पर सौ से ज्यादा कार्य कर रही महिला कर्मियों को वर्दी बदलने व लंच बॉक्स रखने के लिये अलग कक्ष की व्यवस्था किये जाने, सफाई कर्मचारियों को ईपीएफ का यूएएन नंबर बिना दिये ठेकेदार का भुगतान होता रहा जिसकी जांच कराकर यूएन नंबर दिये जाने, गोंडा रेलवे स्टेशन पर ठेका सफाई कर्मचारियों से दुर्व्यहार करने वाले मुख्य स्वास्थ निरीक्षक की जांच करायी जाने, गोंडा रेलवे स्टेशन पर सभी कर्मचारियों के लिये श्रम कानूनों का पालन सुनिश्चित कराये जाने सहित अन्य मांगे शामिल हैं।पंद्रह दिनों के भीतर कार्यवाई न होने पर अनिश्चितकालीन धरना देने की चेतावनी दी गई है। धरने में प्रदीप, मोहिनी, लखिया, रेखा चौधरी, कमला, राजकुमार, गोविंदर सिंह, रोहित, राजा बाबू, स्वामीनाथ, प्रेमा, इंद्रावती, संतोष कुमार, दिनेश कुमार, पूनम, गुड़िया, तिलकराम, राजेश, गंगाराम, रामकुमार, मीरा, सत्यराम, फूलमता, राधा, चंद्रेश, शिवलाल, पवन कुमार, मदनलाल सहित भारी संख्या में ठेका सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति मौजूद रही।

सोमवार, 14 दिसंबर 2020

किसान विरोधी अध्यादेश वापस लेने की मांग को लेकर किसान मजदूर संघर्ष समन्वय समिति ने जताया विरोध

गोंडा: किसान विरोधी अध्यादेश वापस लेने की मांग को लेकर किसान मजदूर संघर्ष समन्वय समिति गोंडा के तत्वाधान में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला मुख्यालय कार्यालय पर किसान मजदूर नौजवान सहित अन्य जन संगठनों ने धरना प्रदर्शन किया। धरने की अध्यक्षता कामरेड प्रेमा देवी, जमाल खान, अब्दुल गनी व संचालन सीआईटीयू के राज्य कमेटी सदस्य कामरेड कौशलेंद्र पांडेय ने किया। धरने को श्रमिक नेता कामरेड सत्यनारायण त्रिपाठी, कामरेड राजीव कुमार, कामरेड जमाल खान, कामरेड खगेंद्र जनवादी, रामकिशोर, राम गोविंद मिश्रा, ,ईश्वरशरण शुक्ला, आशीष सिंह, अमित शुक्ला,  सादिक जफर, राम सागर आदि ने संबोधित किया। धरने के बाद प्रदर्शनकारियों ने झंडा बैनर के साथ सड़क पर जुलूस निकाला जुलूस में तीनों कृषि विरोधी कानून वापस लिये जाने, बिजली संशोधन अधिनियम 2020 को रद्द किए जाने की मांग को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।

पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर व नगर कोतवाल सहित स्थानीय पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों के जुलूस को महाराजगंज पुलिस चौकी के पास रोक लिया। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्थानीय प्रशासन ने महाराजगंज पुलिस चौकी में प्रदर्शनकारियों को रोककर सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित 8 सूत्री मांग पत्र दिलवाया। दिए गए मांग पत्र में किसान विरोधी तीनों अध्यादेश तत्काल वापस लिए जाने, न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा दिए जाने, बिजली संशोधन अधिनियम 2020 को तत्काल रद्द किए जाने और आम जनता को सस्ती दर पर बिजली उपलब्ध कराए जाने, श्रम विरोधी कानून में हुए संशोधन को तत्काल वापस  रद्द किये जाने तथा सभी श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान किए जाने, ठेका मजदूरों,  संविदा निविदा, आउटसोर्सिंग पर काम कर रहे सभी मजदूरों को स्थाई मजदूरों की भाँति न्यूनतम वेतनमान फंड बोनस आदि दिए जाने, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को निजी हाथों में बेचे जाना बंद किए जाने सहित अन्य मांगे शामिल हैं। धरने का समर्थन एटक सीआईटीयू से जुड़े सभी मजदूर संगठनों, किसान सभा खेत मजदूर यूनियन, नौजवान सभा, पूर्वांचल चीनी मिल मजदूर यूनियन भवन निर्माण मजदूर सभा आदि संगठनों ने किया। 
इस मौके पर कामरेड आकाश जनवादी,  गंगाराम भारती, शहजाद अली, मोहर्रम अली, अमित यादव, कृष्ण नारायण वर्मा, रामनयन, स्वामीनाथ, लक्ष्मी देवी, भानमती, बिट्टन, बबलू, अमित कुमार, राकेश शुक्ला, दिनेश कुमार, रमेश कुमार, धर्मेंद्र कुमार, रामबचन सहित सैकड़ों की संख्या में श्रमिक संगठनों किसान सभा खेत मजदूर यूनियन भारत की जनवादी नौजवान सभा सहित अन्य जन संगठनों के लोग शामिल रहे।

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता किये गए नजरबंद

मसकनवा गोण्डा: किसान आंदोलन के समर्थन में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अम्बुज त्रिपाठी  के द्वारा गौरा विधानसभा क्षेत्र के खालेगांव, पटखौली, चाँदनी चौक, पायरखास, पहलवानगंज, तक पद यात्रा निकालने वाले थे किंतु पद यात्रा निकालने से पहले मसकनवा चौकी प्रभारी अरुण कुमार राय मय फ़ोर्स द्वारा उनके कार्यालय पर नज़र बंद कर दिए गए।
त्रिपाठी ने कहा कि हम लोग भाजपा सरकार के इस तानाशाह रवैया से डरने वाले नहीं है. किसान विरोधी ये सरकार जबतक किसान विरोधी कानून को वापस नहीं ले लेती है तबतक हम लोगों का पदयात्रा व आंदोलन जारी रहेगा उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशन पर पूर्व राज्यमंत्री संजय विद्यार्थी के नेतृत्व में 
गौरा विधानसभा में एक सप्ताह से हम लोगों का आंदोलन किसान के समर्थन में जारी है। भाजपा सरकार समाजवादियों को जितना मर्जी उतना शासन प्रशासन लगा के  नजरबंद कर दें लेकिन हम समाजवादी डरने वाले नही है।

डिजिटल प्‍लेटफार्म पर अयोध्‍या में सजेगा 'अवाम का सिनेमा'

कोरोना वायरस संक्रमण के खतरों के बीच होगा आनलाइन फ‍िल्‍म महोत्‍सव का आयोजन

अयोध्‍या। आयोध्‍या फ‍िल्‍म फेस्टिवल द्वारा आयोजित 'अवाम का सिनेमा' इस बार कोरोना वायरस संक्रमण के खतरों के बीच आनलाइन प्‍लेटफार्म पर ही आयोजित किया जा रहा है। इसका आयोजन 15 दिसंबर से 19 दिसंबर तक आभासी तौर पर ही होगा और फ‍िल्‍मों का मेला देखने के लिए डिजिटली रूप से देश विदेश से लोग जुड़ेंगे और फ‍िल्‍म समारोह का हिस्‍सा बनेंगे। साझी संस्‍कृति के विरासत की नगरी अयोध्‍या में अशफाक - बिस्मिल जैसे क्रांतिवीरों को समर्पित यह आयोजन लगातार चौदह वर्ष से आयोजित होता रहा है। साझी विरासत को संजोए रखने और कोरोना वायरस की कड़ी को तोड़ने के लिए इस आयोजन को संक्रमण के खतरों के बीच आनलाइन ही आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। अयोध्या फिल्म फेस्टिवल के संस्थापक शाह आलम ने बताया कि कोरोना वायरस के खतरों की वजह से आयोजन को आनलाइन संचालित करने की रणनीति तय हुई थी। अब आयोजन को अमलीजामा पहनाने के लिए 15 दिसंबर से पूर्व के वर्षों की भांति फ‍िल्‍मों का मेला धर्म नगरी अयोध्‍या में लगेगा और देश विदेश से आयोजन से जुडकर लोग वैश्विक आयोजन का हिस्‍सा बनेंगे।           
    
यह आयोजन अब विश्‍व के किसी भी बड़े आयोजन के समकक्ष वर्ष प्रतिवर्ष खड़ा होता जा रहा है। अयोध्या फिल्म फेस्टिवल के आयोजन के जरिए सिने पटल को अयोध्‍या और अवध क्षेत्र में भी संभावनाओं के लिए बॉलीवुड को अवसर देता रहा है। समय समय पर इस आयोजन से फ‍िल्‍मी जगत की हस्तियां भी जुड़ती रही हैं। आयोजक शाह ने बताया कि, इसे सीधे ड्राइंग रूम में लाना या हमारे दर्शकों के लिए जाे कहीं भी हों वह अयोध्या में आम तौर पर आयोजित होने वाला त्योहार से इस साल से ऑनलाइन जुड सकेंगे। दर्शकों के साथ जुड़ने का अवसर और लोगों को आमंत्रित करने का क्रम पूरा
होने के बाद अब फिल्मों के लिए आभासी स्क्रीनिंग का भी शहर के लोगों के लिए पहला मौका होगा।

दर्जनों देसी विदेशी फ‍िल्‍में और डाक्‍यूमेंट्री फ‍िल्‍मों का होगा आनलाइन फ्री प्रसारण

बताया कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए टीम यूट्यूब पर फिल्में फ्री स्ट्रीम कर रहे हैं और इस तरह इसे सभी के लिए उपलब्ध करा दिया गया है। पांच दिवसीय इस कार्यक्रम के दौरान फिल्मों को एक यूट्यूब प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन स्ट्रीम किया जाएगा। हालांकि, दर्शकों को इससे जुड़ने के लिए खुद को प्‍लेटफार्म पर रजिस्टर करना होगा और फिल्में देखने के लिए चैनल पर सदस्यता लेनी होगी।
वहीं आयोजन से जुडे लोग इस प्रकार डिजिटल आयोजन को लेकर उत्‍साहित भी हैं। दर्शकों को फिल्मों का अनुभव करने की अनुमति के रूप में यह पहला आयोजन शहर के लिए है।
14वां अयोध्या फिल्म फेस्टिवल के चेयरमैन प्रोफेसर मोहन दास ने कहा कि एक अंतहीन बदलते क्षितिज पर नए अनुभवों का सामना करते हुए एक सामूहिक भावना और ऊर्जा का एक सुंदर चलचित्र ही अयोध्‍या फ‍िल्‍म समारोह की सफलता रही है। फिल्मों, कलाकारों और इसके पीछे निर्माताओं का जश्न अयोध्‍या में प्रतिवर्ष मनता आया है, इस बार कोरोना संक्रमण के खतरों के बीच भी आयोजन रद नहीं हो रहा है और मंच फ‍िल्‍म निर्माताओं और निर्देशकों को हमेशा की तरह ही मिलता रहेगा। आयोजन के दौरान फीचर फिल्मों, शॉर्ट फिल्मों के साथ-साथ डॉक्यूमेंट्री फ‍िल्‍में भी दिखाई जाएंगी। 

यहां देखें आयोजन - https://ayoff.eventbrite.com
www.youtube.com/AmbakMotionPictures

फ‍िल्‍मों का आयोजन : 2020 के आयोजन में राम कमल मुखर्जी अभिनीत सेलिना जेटली और लिलेट दुबे द्वारा रितुपर्णो घोष को श्रद्धांजलि, पद्मव्यूह अभिनीत पूजा बत्रा, अल्बानिया से वाल्मिर टर्टिनी द्वारा सील, खुश्बू द्वारा मार्टिन जीसस कोजलोवस्की डेनमार्क से, कोलम जनजाति द्वारा जेनिफर अल्फोंस, मनरूपा (मन का प्रतिबिंब) किरण हेगड़े द्वारा, प्रिंस द्वारा मूर्ख सहित कई फ‍िल्‍मों का प्रदर्शन किया जाएगा।

शुक्रवार, 11 दिसंबर 2020

प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई- जेल में बंद पूर्व सपा MLA की करोड़ों की अवैध संपत्ति कुर्क

 बलरामपुर। यूपी के बलरामपुर में शुक्रवार को जिला प्रशासन ने जेल में बंद सपा के पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी के खिलाफ बड़ी करवाई शुरू कर दी है। प्रशासन ने पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी की 60 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। उतरौला से सपा के पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी धोखाधड़ी के कई मामलों में आरोपी हैं। भारी पुलिस बल के साथ एसडीएम की मौजूदगी में विधायक की संपत्ति को जब्‍त किया गया।

जिला प्रशासन ने धोखाधड़ी कर हड़पी गई संपत्तियों को कुर्क कर लिया है। कुर्की की कार्रवाई उतरौला नगर से लेकर सादुल्लानगर स्थित विधायक के आवास के आसपास भी किया जा रहा है। यह कार्रवाई डीएम कृष्णा करुणेश के निर्देश पर एसपी हेमंत कुटियाल की टीम कर रही है। सबसे पहले हाशमी पेट्रोल पंप लालगंज उतरौला और गांधीनगर स्थित डिग्री कॉलेज की पहले कुर्की की प्रकिया शुरू की गई है।

जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी को भू माफिया गिरोह का सरगना घोषित किया जा चुका है। अवैध रूप व अभिलेखों में हेरफेर से सरकारी संपत्ति पर कब्जा करने के मुकदमे दर्ज हैं। अपराधिक तरीके से एकत्र की गई संपत्ति कुर्क की जा रही है।


दो बार रह चुके हैं समाजवादी पार्टी से विधायक

आरिफ अनवर हाशमी दो बार समाजवादी पार्टी से विधायक रह चुके हैं। पहली बार वर्ष 2007 से 2012 तक सादुल्लाहनगर विधानसभा से निर्वाचित हुए थे। इसके बाद उतरौला विधानसभा में वर्ष 2012 से 2017 तक विधायक रहे।

बुधवार, 9 दिसंबर 2020

मसकनवा चौराहा बना लखनऊ का अमीनाबाद रोज लगता है घंटो जाम

ठंड व शादियों के मौसम में जनपद गोण्डा के मसकनवा कस्बे में रोज़ लगता है घंटो जाम आने जाने वाले राहगीरों को करना पड़ता है दिक़्क़तों का सामना आपको बता दे कि मसकनवा बाजार में रोड किनारे लगी फल सब्जियों की रेड़ियाँ ने रोड पर कर रखा है अतिक्रमण प्रशासन हो रहा जाम को हटाने में नाक़ाम।



मंगलवार, 8 दिसंबर 2020

भारत बंद के समर्थन में भारत की जनवादी नौजवान सभा(डीवाईएफआई) के पदाधिकारियों ने छपिया ब्लाक मुख्यालय


भारत बंद के समर्थन में भारत की जनवादी नौजवान सभा(डीवाईएफआई) के पदाधिकारियों ने छपिया ब्लाक मुख्यालय पर प्रदर्शन कर महामहिम राष्ट्रपति को सम्बोधित 8 सूत्री मांगपत्र एडीओ आईएसबी इदल प्रसाद को सौंपा। दिये गये मांगपत्र में तीनों किसान विरोधी अध्यादेश वापस लिये जाने,बिजली संशोधन विधेयक 2020 वापस लिये जाने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली को और मजबूत किये जाने, सभी रिक्त सरकारी पदों पर तत्काल भर्ती शुरू किये जाने की मांग की



16वां अयोध्या फिल्म फेस्टिवल संपन्न, ऐतिहासिक रहा आयोजन

  अवाम का सिनेमा - कई देशों की फिल्मों का प्रदर्शन - अन्य कई कार्यक्रम भी हुए आयोजित अयोध्याः काकोरी एक्शन के महानायक पं. राम प्रसाद ‘बिस्म...