शुक्रवार, 30 सितंबर 2022

ब्लॉक संसाधन केंद्र पर प्रधान एवं प्रधानाध्यापकों का ब्लाक स्तरीय संगोष्ठी सपन्न

मसकनवा(गोंडा) ग्राम प्रधान एवं प्रधानाध्यापकों का ब्लाक स्तरीय संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण संगोष्ठी ब्लॉक संसाधन केंद्र पर आयोजित किया गया । मुख्य अतिथि ब्लाक प्रमुख अनिल कुमार पासवान व विशिष्ट अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह, खण्ड विकास अधिकारी छपिया राम प्रवेश ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। संगोष्ठी में डी.बी.टी निपुण भारत मिशन ,

आपरेशन कायाकल्प एवं दीक्षा एप पर चर्चा किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि विद्यालयों का कायाकल्प ग्राम प्रधान के सहयोग से ही संभव है। उन्होंने अध्यापकों से विद्यालयों के कायाकल्प कार्यों का संरक्षण करने का आह्वान किया। संगोष्ठी को ब्लाक प्रमुख छपिया अनिल कुमार पासवान, खण्ड विकास अधिकारी राम प्रवेश ने संबोधित किया। अध्यक्षता खण्ड शिक्षा अधिकारी अंजनी कुमार सिंह व संचालन गया लाल यादव ने किया। पूरन चन्द गुप्ता प्रधानाध्यापक पूर्व माध्यमिक विद्यालय मसकनवा, राज मंगल पांडेय, जगन्नाथ तिवारी, ऋषि तिवारी, अनिल सिंह, पवन दीक्षित, ओम प्रकाश, मनोज सिंह, संदीप सिंह, आनंद
त्रिपाठी आदि ने बीएसए को स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर 19पैरामीटर पूरा करने वाले बीस ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया गया। ग्राम प्रधान जक्शन तिवारी, सालिक राम यादव, राजमणि चौहान, हेमूसिंह, अवनीश प्रताप सिंह, रिंकू वर्मा, श्याम बाबू गुप्ता, मो. हसन, एआरपी राम बाबू मौर्य, बलराम वर्मा, प्रहलाद गुप्ता, अमजद अली,ओम प्रकाश पांडेय, कुलदीप सिंह, शिक्षक माधुरी वर्मा, रेखा वर्मा, श्रद्धा पांडेय, स्वदेश मिश्रा, अरिदमन तिवारी, ओम प्रकाश पांडेय, सीमा तिवारी, फूलमती, राधेश्याम पांडेय, राधेश्याम वर्मा, बब्लू वर्मा, आलोक पांडेय, अमरेन्द्र पांडेय, अतुल मालवीय, विवेक तिवारी, महेश्वरी, असगर अली,आनंद कुमार, आदि प्रधान गण व शिक्षक मौजूद रहे। 

सोमवार, 26 सितंबर 2022

‘बुक लैंड’ बन रही है ‘चंबल घाटी’

चंबल संग्रहालय की बौद्धिक संपदा में और होगा इजाफा

चौथे स्थापना दिवस पर लिया गया संकल्प

हर महीने पुस्तक प्रकाशन का लक्ष्य

राष्ट्रवादी पत्रकारिता के अग्रदूत को किया गया याद


इटावाः चंबल संग्रहालय के चौथे स्थापना दिवस और आजादी का अमृत काल में सुविख्यात लेखक, राष्ट्रवादी पत्रकारिता के अग्रदूत, आजादी आंदोलन के महान लड़ाका, सांप्रदायिक सद्भाव के प्रबल समर्थक रहे कर्मवीर पं. सुंदरलाल को जन्म दिवस पर शिद्दत से याद किया गया। वक्ताओं ने कहा कि पंडित जी इतिहासकार, बहुभाषाविद और दुनिया के तमाम धर्मों के व्याख्याकार थे। पद, पैसा और प्रलोभन से हमेशा दूर उनकी शख्सियत बड़ी बेजोड़ थी। बाबा सुंदरलाल चंबल की माटी से आखिरी समय तक जुड़े रहे।

                                    जन्मदिवस पर राष्ट्रवादी पत्रकारिता के अग्रदूत को नमन करते हुए

सुंदरलाल ने साप्ताहिक उर्दू स्वराज, कर्मयोगी, दैनिक भविष्य और नया हिन्द का संपादन कर पत्रकारिता के वकार को जिन्दा रखा, जिसके लिए कई बार कठोर जेल यातनाएं सही। भारत में अंगरेजीराज पुस्तक लिख बिट्रिश सरकार की चूले हिला देने वाले सुंदरलाल जबरदस्त वक्ता भी थे लिहाजा वर्ल्ड पीस काउंसिल के वाइस प्रेसिडेंट की हैसियत से चीन, वियना, कैरो, मास्को, स्टाकहोम, कोलंबो, बर्लिन, लंदन, टोक्यो, वियतनाम, क्यूबा, सोवियत रूस आदि देशों के राष्ट्र प्रमुखों द्वारा आमंत्रित किये गये। हो- चि- मिन्ह, माओ त्से तुंग, फिदेल कास्त्रो, खुश्चोव कर्मयोगी सुंदरलाल को अपना बड़ा भाई और आदर्श मानते थे।

                         चंबल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तकें दिखाते संग्रहालय से जुड़े पदाधिकारी

चंबल संग्रहालय के चौथे स्थापना दिवस पर संस्थापक डॉ. शाह आलम राना ने कहा कि चंबल घाटी ने विश्व भर के शोधार्थियो को अपनी ओर आकर्षित किया है। चंबल संग्रहालय के लिए और भी शोध सामग्री तलाश की जा रही है। संग्रहालय समाज में बिखरे अमूल्य ज्ञान स्रोत सामग्री सहेजने के मिशन में जुटा है, जहां से भी बौद्धिक संपदा मिलने की रोशनी दिखती है, संग्रहालय उन सुधी जनों से संपर्क कर रहा है। उन्होंने कहा कि चंबल अंचल से जुड़े इटावा, औरैया, जालौन, बाह, भिंड, मुरैना और धौलपुर से जुड़े दुर्लभ दस्तावेज, लेटर, गजेटियर, स्मृति चिन्ह, समाचार पत्र, पत्रिका, पुस्तकें, तस्वीरें, पुरस्कार, सामग्री-निशानी, अभिनंदन ग्रंथ, पांडुलिपि को सहेज रहा है। चंबल अंचल में सघन अभियान चलाकर चंबल संग्रहालय की ऐतिहासिक महत्व की बौद्धिक संपदा में बढ़ोत्तरी जारी है। एकत्र संग्रहित समृद्ध ज्ञानकोष को उसी अनुपात में शोधार्थियों के लिए प्रकाशन करने का संकल्प लिया गया।


चंबल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तकें :                                                                 

मातृवेदीःबागियों की अमरगाथा, बीहड़ में साइकिल, चंबल मेनीफेस्टो, आजादी की डगर पे पांव, कमांडर-इन-चीफ गेंदालाल दीक्षित, बंदूकों का पतझड़, मेरी जेल कहानी, कोरोना कारावास में युवा संघर्ष, बागी सम्राटः मान सिंह से लुक्का तक, भारत छोड़ते हुए छाती फट गई, चंबल पर्यटन।


ऐसे शुरू हुआ चंबल संग्रहालय का सफरः


क्रांतिकारी लेखक डॉ. शाह आलम राना ने कहा कि देश के सबसे बड़े गुप्त क्रांतिकारी दल ‘मातृवेदी’ के शताब्दी वर्ष के दौरान 2800 किलोमीटर से अधिक चंबल संवाद यात्रा साइकिल से की थी। इसी शोध यात्रा के दौरान चंबल संग्रहालय का ख्वाब बुना गया। लिहाजा पांच नदियों के संगम, पंचनदा पर 25 मई 2017 को ‘चंबल जनसंसद’ का आयोजन किया गया था। जनसंसद में निकली जनसमस्याओं को राज्यों और केन्द्र सरकार के सामने रखा गया और चंबल संग्रहालय बनाने की मांग की गयी। सरकारी उपेक्षा से आजिज आकर 9 जून 2018 को अंतर्राष्ट्रीय अभिलेख दिवस पर चंबल अंचल के जनसरोकारी लोगों के सामने सामाजिक सहयोग से चंबल संग्रहालय बनाने की मुहर लगी। 26 सितंबर 2018 को चंबल संग्रहालय का विधिवत उद्धाटन हुआ। कर्मयोगी सुंदरलाल के जन्मदिवस पर चन्द्रोदय सिंह चौहान, डॉ. कमल कुमार कुशवाहा, मधुकर वर्मा, विशाल कुमार, सचिन कुमार नें उन्हें नमन करते हुए बात रखी।

रविवार, 25 सितंबर 2022

हकीकुल्लाह चौधरी कॉलेज ऑफ फार्मेसी में विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया

बभनजोत गोण्डा: विश्व फर्मासिस्ट दिवस प्रत्येक वर्ष 25 सितम्बर को मनाया जाता है,प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी हकीकुल्लाह चौधरी कॉलेज ऑफ फार्मेसी में मनाया गया , इस वर्ष विश्व फर्मासिस्ट दिवस का थीम "फार्मेसी यूनाइटेड इन एक्शन फ़ॉर हेल्दीयर वर्ल्ड " था ,आज इस दिन की शुरुवात बच्चों ने रैली निकाल कर किया , रैली का शुरुवात हकीकुल्लाह ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन मो कमाल चौधरी ने फीता काट कर किया ,रैली के माध्यम से समाज मे जागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया ,कॉलेज के निदेशक डॉ. जावेद अख्तर ने छात्रों को अपने संबोधन में उन्होंने स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर के रूप में फार्मासिस्ट की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने छात्रों को स्वास्थ्य और चिकित्सा प्रणाली और फार्मास्युटिकल उद्योगों के वर्तमान परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में सोचने और कल्पना करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने यह भी चर्चा की कि कैसे एक फार्मासिस्ट रोगी और सुरक्षित और प्रभावी दवाओं के बीच सेतु है और इसलिए एक जीवन रक्षक है। अंत में उन्होंने छात्रों को शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया।


फार्मासिस्ट दिवस पर कई और वरिष्ठ शिक्षकों ने अपने विचार साझा किए। विचार साझा करने के क्रम में क्वांटम विश्वविद्यालय रुड़की के डीन प्रो0 संतोष कुमार वर्मा ने "रोल आफ फार्मासिस्ट इन ग्लोबल हेल्थ केयर" पर अपने विचारों को साझा किया। इस अवसर पर समस्त छात्र छात्राओं ने मिलकर एकल गीत,पोस्टर प्रेजेंटेशन, ओरल प्रेजेंटेशन, रंगोली प्रतियोगिता में भाग लिया, कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित प्रवक्ताओं में अल्तमस खान ,अरविंद कुमार, सत्यप्रकाश शुक्ला ,अंकित कुमार सिंह, मधुकर प्रभाव ,शुभम शुक्ला ,अबू ताहिर, नुरुल हुदा ,कमलेश मिस्त्री परवेज अहमद खान, कोमल गुप्ता , हबीबुर्रहमान विपुल कुमार ब्रिजमती आदि लोग उपस्थित रहे,।

विश्व फार्मासिस्ट दिवस के मौके पर वृद्धाश्रम में बांटा फल, मिठाई व खाद्य सामग्री

गोण्डा: रविवार को विश्व फार्मासिस्ट दिवस के अवसर फार्मेसी एण्ड फार्मासिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुमित मोदनवाल मोनू की अध्यक्षता में वृद्धाश्रम में फल, मिठाई व खाद्य सामग्री वितरण व टाउन हॉल में संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया! इस मौके मौके पर मुख्य अतिथि ड्रग इंस्पेक्टर गोण्डा श्रीमती रज़िया बानो व विशिष्ट अतिथि के रूप में फार्मेसी एण्ड फार्मासिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश संगठन मंत्री नौशाद खान व राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रभाकर पाण्डेय मौजूद रहे! मुख्य अतिथि ड्रग इंस्पेक्टर श्रीमती रज़िया बानो ने कहा कि मानव सेवा से बढ़कर कोई कार्य नहीं है। उन्होंने संगठन के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को इसी तरह ऐसे लोगों की मदद करनी चाहिए। प्रदेश संगठन मंत्री नौशाद खान ने बताया कि हर साल 25 सितंबर को  विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य दुनिया भर के सभी फार्मेसिस्ट को धन्यवाद देना एवं लोगों के बीच उनके कार्यों को उजागर करना और बताना कि वह हमारे जीवन को स्वस्थ रखने के लिए एवं अनेक बीमारी को दूर करने के लिए उनका कितना महत्व है।

राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रभाकर पांडे ने बताया कि कोविड-19 में जिस प्रकार से फार्मासिस्ट का सेवा रहा है उसको देखते हुए विश्व पटल पर फार्मेसिस्ट को सरकार को ध्यान में रखते हुए पहुंचाना चाहिए ज्यादा से ज्यादा मात्रा में फार्मासिस्ट की भर्ती स्वास्थ्य केंद्रों पर होनी चाहिए

इस मौके पर डीपीए जिलाध्यक्ष सालिकराम त्रिपाठी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शहजाद अली, ज़िला उपाध्यक्ष वैभव श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष निरंजन सैनी, मीडिया प्रभारी, सुधांशु मिश्रा, सुजीत गुप्ता, ज़िला महासचिव संदीप यादव, निरंकार शुक्ला, सोनू पाण्डेय, अजय गुप्ता, प्रभात कनौजिया, बृजेश यादव, त्रिभुवन वर्मा, रोशन लाल,  राम बाबू राम सहित सैकड़ों फार्मासिस्ट मौजूद रहे।

16वां अयोध्या फिल्म फेस्टिवल संपन्न, ऐतिहासिक रहा आयोजन

  अवाम का सिनेमा - कई देशों की फिल्मों का प्रदर्शन - अन्य कई कार्यक्रम भी हुए आयोजित अयोध्याः काकोरी एक्शन के महानायक पं. राम प्रसाद ‘बिस्म...