पंचायत चुनाव
गोंडा। पंचायत चुनाव में रिक्त पदों के उप चुनाव की तारीख तय हो गई हैं। पंचायत चुनाव के बाद पांच प्रधानों और चार बीडीसी सदस्यों की मौत हो चुकी है। इन पदों के साथ ही रिक्त चल रहे 3987 पंचायत सदस्यों के पदों का भी चुनाव होगा।
उप चुनाव में 6 जून को नामांकन होगा और उसी दिन पर्चों की जांच पूरी होगी। इसके अलावा 7 जून को नाम वापस लिए जा सकेंगे। 7 को ही चिन्ह आवंटन हो जाएगा। 12 जून को मतदान होने के बाद 14 जून को मतगणना हो जाएगी। इसके बाद शेष पंचायतों के गठन की कार्रवाई पूरी हो सकेगी।
पंचायत चुनाव में 3987 पंचायत सदस्यों के पद रिक्त रह गए हैं, ऐसे में 363 पंचायतें ऐसी हैं जहां का कोरम नहीं पूरा हुआ। इससे यहां के प्रधान अपने पद पर बने तो रहे लेकिन पैदल ही हैं। न तो वह खातों का संचालन कर पएं और न ही पंचायतों की बैठक ही हुई। अब इनका इंतजार भी खत्म हो जाएगा।
जिले की 363 पंचायत में दो तिहाई सदस्य निर्वाचित नहीं हो सके। त्रिस्तरीय पंचायतीराज व्यवस्था में लोकतंत्र के सबसे छोटे पद के प्रति लोगों के बेरुखी से यह समस्या आ खड़ी हुई थी।
जिले की 1214 ग्राम पंचायतों में से 363 में ग्राम पंचायत सदस्यों की संख्या पूरी न होने ये पंचायत की सरकार का गठन संभव ही नही है। जिले में ग्राम पंचायत सदस्यों के 3987 पद रिक्त हैं।
अब उपचुनाव की तिथि तय होने से पंचायतों का कोरम पूरा कराने के लिए निर्वाचित प्रधान सक्रिय हो गए हैं। बिना कोरम पूरा हुए पंचायतों का गठन संभव नही होगा। माना जा रहा है कि पंचायत सदस्यों का निर्वाचन उप चुनाव से पूरा हो जाएगा।
जिले की पांच ग्राम पंचायतों में निर्वाचित प्रधानों का निधन हो चुका है। इनमें विकासखंड कर्नलगंज की ग्राम पंचायत धनावा, परसपुर में चरहुंआ, कटराबाजार में टेढ़ी, तरबगंज में गौहानी व नवाबगंज में ग्राम पंचायत नगवा की प्रधान शामिल हैं।
इसके अलावा चार बीडीसी के निधन से भी पद रिक्त है। अब उपचुनाव की तिथि तय होने के बाद इन पंचायतों में प्रधान पदों के लिए भी उप चुनाव होंगे। प्रधानों के निधन होने से इन पंचायतों का भी गठन अधूरा ही पड़ा है।
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